“इस धनराशि से आपने जो कुछ भी खर्च किया है, वह आपकी विरासत (के हिस्से) से होगा, जब तक कि बाकी वारिस इसकी अनुमति न प्रदान कर दें। अल्लाह सभी को वह काम करने का सामर्थ्य प्रदान करे, जो उसे पसंद है।” उद्धरण समाप्त हुआ।
“मजमूओ फतावा इब्ने बाज़” (20/244)।
मेरे पति की मृत्यु हो गई और वह अपने पीछे कुछ धनराशि छोड़ गए। क्या शोक की अवधि और इद्दत के दौरान मेरे लिए इसमें से कुछ खर्च करना जायज़ हैॽ
हर प्रकार की प्रशंसा एवं गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है, तथा दुरूद व सलाम की वर्षा हो अल्लाह के रसूल पर। इसके बाद :
“इस धनराशि से आपने जो कुछ भी खर्च किया है, वह आपकी विरासत (के हिस्से) से होगा, जब तक कि बाकी वारिस इसकी अनुमति न प्रदान कर दें। अल्लाह सभी को वह काम करने का सामर्थ्य प्रदान करे, जो उसे पसंद है।” उद्धरण समाप्त हुआ।
“मजमूओ फतावा इब्ने बाज़” (20/244)।
साइट इस्लाम प्रश्न और उत्तर